दूसरे की रक्षा क्या करेंगे


पहले छोड़ते साँप 
और फिर पकड़ने के लिये 
करते  दिखते बहुत मशक़्क़त
सहज काम ऐसे करते  
 जैसे आ रही भारी दिक्कत
करते जो चालाकी 
उनके लिये राजनीति का
क्षेत्र होता है आसान 
 
जहाँ संकट न हो 
पैदा होता है तो होने दें 
फिर हल करने के लिये 
कही बातचीत तो कहीं 
कार्यवाही करने की कोशिश 
शांति के माहौल में कराते द्वंद 
जो मसल सहजता से  हल 
होना संभव है 
उसके लिये करते दिखाई देते जंग 
दुनिया भर के नेताओं के
चाल-चरित्र का कहना क्या
पहले दुष्टों को अपना इष्ट बनाते
फिर बहाना बनाकर 
करते उन पर पर हमला 
और नकली जीत के प्रचार से 
कहलाते हैं दुनिया के महान सिपाही
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उनके रहने के लिये 
अभेद्य किले के तरह बने हैं 
चमकदार  सफेदी से पुते  सुंदर  महल 
कोयी परिंदा भी पर न मार सके
दुनिया भर के आतंकवाद से
सफ़ाया करने का दावा 
पर अपने लिये ढूंढते सुरक्षा
कौन करेगा उनकी बात पर यकीन 
अपने प्राणों के भय के साथ जो खुद 
अपना दिन गुजारते हैं 
वह  कैसे करेंगे दूसरे की रक्षा   
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